सोमनाथ ज्योतिर्लिंग
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, देश के पश्चिम में गुजरात के सौरास्ट्र क्षेत्र में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण प्रथमतः चंद्रदेव ने समुद्र के किनारे किया था।
इसका इतिहास वैभवशाली रहा इसलिए वाह्य शक्तियों ने मंदिर को कई बार तोड़ा और इसको पुनर्निर्मित किया गया।
नवीन सोमनाथ मंदिर के स्वरुप का श्रेय लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल को है, जिन्होंने स्वतंत्रता मिलने के पश्चात इसका पुनर्निर्माण कराया। पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद जी ने नवीन मंदिर राष्ट्र को समर्पित किया।
प्राचीन कथनानुसार शापित चंद्र अथवा सोम ने भगवान शिव की भक्तिभाव पूर्वक आराधना की। तत्पश्चात निराकार शिव उनकी दृढ़ भक्ति से प्रसन्न साकार लिंग के रूप में प्रकट हुए और चंद्र को शापमुक्त किया और सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के नाम से प्रसिद्ध हुए।
सोमनाथ मंदिर से दो सौ किलो मीटर दूर प्रमुख तीर्थस्थल भगवान श्री कृष्ण द्वारा स्थापित द्वारका है। यह मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण ने मंदिर सोमनाथ क्षेत्र में ही देह त्याग कर बैकुंठ गमन किया। इसलिए इस क्षेत्र का और भी महत्व है।
यहाँ देश विदेश से हजारों श्रद्धालु आकर भगवान् सोमनाथ का दर्शन व् आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
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OM NAMAH SHIVAY.
ReplyDeleteI grow flower of gratitude for the Lord.
ReplyDeleteOMNIPRESENT LORD SHIVA, THEE BLESS US.
ReplyDeleteThe recitation in worship of Lord Shiva is excellent. May Lord bless us.
ReplyDeleteNamah shivay. M.thakur
ReplyDeleteThanku ma
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